tumhare panw me mitti........aankhen bhar aayin
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bahut khoob...
घर ले के आ गयी थी कातिल को...जान जिबह तो होनी हीं थी.
आज सुबह,तुम्हारे पाँव पे मिट्टी लगी हुई देखी......... वाह क्या अन्दाज़ है. बेहद खूबसूरत.
Oh my god!! Creation is rocking... Wonderful work by you Raj.Regards,Dimplehttp://poemshub.blogspot.com
ओह!! बहुत उम्दा!! एक त्रिवेणी सा असर!!
बेहद खूबसूरत अंदाज़-ए-बयाँ.....
वाव ......... बहुत ही कमाल का लिखा है ....... लाजवाब अंदाज़ है .......
bahut sunder
bahut umda..bahut sunder..amazing..
Waah!
बस मुग्ध हूँ । मौन……………
तुम्हारे पाँव में मिटटी लगी देखी ...भावुक कर दिया आपकी रचना ने ...!!
समीर जी ने सही कहा है, ये एक त्रिवेणी ही है. कहने का अंदाज मगर उस शिल्प में नहीं है. सुंदर.
Sometimes few words are more expressive....gharonde toot jaane ka itna dard aaj tak nahi hua jitna tumhare paav par lagi mitti dekh kar hua.-Sheena
wow !!
Behad rachna .......kam shabd aur asar dhaardaar ..good one
wow...Amazing one ...waah waah !!! great explanation in these few lines...
आज सुबह,तुम्हारे पाँव पे मिट्टी लगी हुई देखी......... इन पंक्तियों मे लक्षणा के खूबसूरत प्रयोग द्वारा अपनी बात कहे बिना पाठक को सब कुछ समझा देने की यह अदा आ्पकी रचना मे एकदम नयी और अद्भुत लगी.और हाँ इन पंक्तियों का आशावाद और कर्मयोग भीहर सुबह,नया घर बनाते हुए।
...क्यूंकि कुछ टिप्पणियाँ बस 'टिप्पणियाँ' नहीं होती.
tumhare panw me mitti........aankhen bhar aayin
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जवाब देंहटाएंbahut khoob...
जवाब देंहटाएंघर ले के आ गयी थी कातिल को...
जवाब देंहटाएंजान जिबह तो होनी हीं थी.
आज सुबह,
जवाब देंहटाएंतुम्हारे पाँव पे मिट्टी लगी हुई देखी.........
वाह क्या अन्दाज़ है. बेहद खूबसूरत.
Oh my god!! Creation is rocking... Wonderful work by you Raj.
जवाब देंहटाएंRegards,
Dimple
http://poemshub.blogspot.com
ओह!! बहुत उम्दा!! एक त्रिवेणी सा असर!!
जवाब देंहटाएंबेहद खूबसूरत अंदाज़-ए-बयाँ.....
जवाब देंहटाएंवाव ......... बहुत ही कमाल का लिखा है ....... लाजवाब अंदाज़ है .......
जवाब देंहटाएंbahut sunder
जवाब देंहटाएंbahut umda..bahut sunder..amazing..
जवाब देंहटाएंWaah!
जवाब देंहटाएंबस मुग्ध हूँ । मौन……………
जवाब देंहटाएंतुम्हारे पाँव में मिटटी लगी देखी ...
जवाब देंहटाएंभावुक कर दिया आपकी रचना ने ...!!
समीर जी ने सही कहा है, ये एक त्रिवेणी ही है. कहने का अंदाज मगर उस शिल्प में नहीं है. सुंदर.
जवाब देंहटाएंSometimes few words are more expressive....
जवाब देंहटाएंgharonde toot jaane ka itna dard aaj tak nahi hua jitna tumhare paav par lagi mitti dekh kar hua.
-Sheena
wow !!
जवाब देंहटाएंBehad rachna .......kam shabd aur asar dhaardaar ..good one
जवाब देंहटाएंwow...Amazing one ...waah waah !!! great explanation in these few lines...
जवाब देंहटाएंआज सुबह,
जवाब देंहटाएंतुम्हारे पाँव पे मिट्टी लगी हुई देखी.........
इन पंक्तियों मे लक्षणा के खूबसूरत प्रयोग द्वारा अपनी बात कहे बिना पाठक को सब कुछ समझा देने की यह अदा आ्पकी रचना मे एकदम नयी और अद्भुत लगी.
और हाँ इन पंक्तियों का आशावाद और कर्मयोग भी
हर सुबह,
नया घर बनाते हुए।